“तुम”
तुम,फलक के उस चांद की तरह होजो मेरी ज़मीं से बहुत दूर रहता हैजिसे मैं देख सकता हूँमहसूस कर सकता हूँमगर छू नहीं सकतापा नहीं सकता तुम,पहाड़ों में ढलती उस…
तुम,फलक के उस चांद की तरह होजो मेरी ज़मीं से बहुत दूर रहता हैजिसे मैं देख सकता हूँमहसूस कर सकता हूँमगर छू नहीं सकतापा नहीं सकता तुम,पहाड़ों में ढलती उस…
मैं एक दिन कह दूंगा अलविदाज़माने को, कहानी कोऔर लपेटकर ख़ुद पर गुमनामी की चादरसो जाऊंगा सुकून के बिस्तर मेंजहां ख़ामोश सी इक नींद होगीपलकों पर एक ख़्वाब होगाउस ख़्वाब…
Experience the ethereal beauty of dawn from the majestic Surkanda Devi Temple, perched atop the Himalayan peaks. As the sun ascends over the horizon, the temple offers a front-row seat…