“अस्तित्व”
साहस और भय के तनाव के मध्यजब हृदय तुम्हारा विडंबना में होगाऔर महसूस कर रहा होगाधमनियों में तीव्र रक्त के प्रवाह कोजब तुम्हारा मस्तिष्क असहाय होगाऔर निर्णय की अपेक्षा मेंस्वयं…
साहस और भय के तनाव के मध्यजब हृदय तुम्हारा विडंबना में होगाऔर महसूस कर रहा होगाधमनियों में तीव्र रक्त के प्रवाह कोजब तुम्हारा मस्तिष्क असहाय होगाऔर निर्णय की अपेक्षा मेंस्वयं…
तुम,फलक के उस चांद की तरह होजो मेरी ज़मीं से बहुत दूर रहता हैजिसे मैं देख सकता हूँमहसूस कर सकता हूँमगर छू नहीं सकतापा नहीं सकता तुम,पहाड़ों में ढलती उस…
मैं एक दिन कह दूंगा अलविदाज़माने को, कहानी कोऔर लपेटकर ख़ुद पर गुमनामी की चादरसो जाऊंगा सुकून के बिस्तर मेंजहां ख़ामोश सी इक नींद होगीपलकों पर एक ख़्वाब होगाउस ख़्वाब…
जब शाम धूप के आँचल से गिर रात का दामन थामेगीजब चाँद फलक़ पर आएगा तारों की पलकें जागेंगी जब अंधियारे से लड़ते जुगनू खिड़की पर तेरी बैठेंगेजब हवा के…
जब स्वप्न तुम्हारी आँखों से गिरकर तकिए पर बिछ जाएंजब भय का कोई प्रश्न ना हो पौरुष के उत्तर मिल जाएं जब मोह लोभ आलस्य व्यथाएं दृष्टिकोण से बाहर होंजब…
जब सुबह रास्ते के किनारे पत्तों पर गिरी ओंस देखता हूँतो सोचता हूँ कि कितनी ख़ामोशी से रोया होगा कल आसमानजब सारी दुनिया नींद के आगोश में होगी तब चुपके…
देख रहा है चलते-चलते! देख रहा है समय गुजरतेदेख रहा है स्वयं को मरतेरुकना है जिस ठौर में उसकोदेख रहा है चलते-चलते बचपन की क्रीड़ा पड़ाव परतन-मन की पीड़ा पड़ाव…
यदि किसी संघर्ष को किस्मत की सहायता अनिवार्य है तो यह उस संघर्ष के लिए किसी लाचारी से कम नहीं।क्यों सौंप दिया जाता है अथक प्रयत्न को एक उम्मीद के…
किस्मत वाले हैं वो लोगजिनके बचपन की याद में दूरदर्शन हैशक्तिमान, कैप्टन व्योम, जूनियर जी हैरंगोली, चित्रहार, अलिफ़लैला हैचंद्रकांता, रामायण, श्रीकृष्णा हैआप बीती, मंज़िलें, मालगुडी डेज हैंऔर है अनगिनत खूबसूरत…
यदि मैं संवेदनहीन हो जाऊं,तो मुझमें तुम्हें स्वयं के जीवन काप्रतिबिंब दिखने लगेगा।