The Half Mask Writer’s Blog

“मैं ख़ामोशियों में एक दुनिया तलाशता हूँ”

तुम भीड़ में रहकर चलना चाहते होमैं ख़ुद में रहकर ख़ुशियाँ तराशता हूँ तुम शोर में जीने की वजह ढूंढ़ते होमैं ख़ामोशियों में एक दुनिया तलाशता हूँ तुम भीगने की…

“गिरा मत शस्त्र, उठ और रण कर”

पिछड़ता जा रहा है हर समय तू, दौड़ में फिर भी भागना पड़ेगा। मत सोच बेकार गई अनगिनत रातें, स्वप्न ना आये जबतक, तबतक जागना पड़ेगा।। अँधेरा है तो जुगनुओं…

“मन अनंत विचारों का एक घर”

मन अनंत विचारों का एक घर जिसमें कई दीवारें, कई कमरेकई दरवाजे, कई खिड़कियाँ हर दीवार में इच्छाओं की दरारहर कमरे में भावनाओं के जालेहर खिड़की में वहम का पर्दाहर…

“मेरे अर्थ का उद्गम होने को है”

कभी-कभी भावनाओं के प्रवाह में विचलित मन ना किनारे पर जाने की चेष्ठा करता है, और ना ही डूबना चाहता है। वह शंका रूपी नौका में बैठा हुआ केवल इधर-उधर…

चुनावी दौर

गहमागहमी बढ़ी सियासी गलियारों मेंकुर्सी बचाने की जद्दोजहद थीबैठे कुछ विद्वान मंडली लगाएमुद्दा था अगला मुद्दा किसको बनाएं? एक ज्ञानी बोला, रोजगार को बनाते हैंभीड़ बहुत है एक दो को…

आज उनसे पहली मुलाक़ात होगी!

उत्तराखंड परिवहन निगम की बस जो हर्षिल से हरिद्वार के लिए निकलती है वो सुबह ५ बजे चंबा चौराहे पर खड़ी थी। नई डेनिम जींस और किसी लोकल कंपनी की…